बरसों से उम्मती बन न सका!
हम सब प्यारे नबी (स.) की उम्मत हैं। आप (स.) की तालीम हमारी विरासत है। उनकी ज़िंदगी में हमारे लिए बेहतरीन नमूना है। उनके उम्मती होने के सबब से हमें आप (स.) की तालीम पर अमल करना है, उनके दिखाए
ऐ नबी! हमें माफ़ कर दीजिए!
आपका है रहम-ओ-करम.. आपसे है रोशन ये जहां; ऐ रसूल-ए-ख़ुदा! लाखों दिलों में है आपका बसेरा। माह-ए-रबी उल अव्वल का था वो मुबारक दिन, जहां में तशरीफ़ लाए आप जिस दिन! करने हमारी रहनुमाई हर पल हर दिन। यतीमों के दुःख-दर्द को जाना आपने, अपना बचपन यतीमी में
ऐ नबी के मानने वालों!
2015 में फ़्रैंच की उपहासपूर्ण मैग्ज़ीन चार्ली हेब्डो में, एक भद्दा कार्टून छापा गया, बेहूदा तस्वीर, एक घिनौनी मुस्कान, और हौलनाक मंज़र रचाया गया। जिसे मेरे नबी मोहम्मद स. का किरदार बताया गया। दुनिया भर के मुसलमानों को उकसाया गया, उन्होंने
क्षमा कर देना उत्तम बदला है
जिस समाज में छोटी सी भी आपदा के आने पर मृत्यु जीवन की अपेक्षा अधिक आमंत्रित लगे, उन विकट परिस्थितियों में जन्म से अनाथ होने के उपरांत भी उसकी आस्था की किरण मंद नहीं हुई वह तो स्वंय प्रकाश की